“दुःख पर ध्यान दोगे तो हमेशा दुखी रहोगे, सुख पर ध्यान देना शुरू करो। दरअसल तुम जिस पर ध्यान देते हो वह चीज सक्रिय हो जाती है। ध्यान सबसे बड़ी कुंजी है।”
एक बार स्वामी विवेकानन्द के आश्रम में एक व्यक्ति आया जो बहुत दुखी लग रहा था। वह व्यक्ति आते ही स्वामी जी के चरणों में गिर पड़ा और बोला स्वामी जी मैं अपने जीवन से बहुत दुखी हूँ। मैं प्रतिदिन बहुत मेहनत करता हूँ , काफी लगन से काम करता लेकिन मैं सफल नहीं हो...CONTINUE READING